नहीं बढ़ रही छात्र संख्या, कहीं शिक्षक कम तो कहीं विद्यार्थी

नहीं बढ़ रही छात्र संख्या, कहीं शिक्षक कम तो कहीं विद्यार्थी

  नहीं बढ़ रही छात्र संख्या, कहीं शिक्षक कम तो कहीं विद्यार्थी

अंबेडकरगनर। जिले में परिषदीय विद्यालयाें में पठन-पाठन की स्थिति बहुत ठीक नहीं है। कहीं पर छात्र नहीं हैं तो कहीं पर शिक्षक भी पर्याप्त संख्या में नहीं हैं। शहर के विद्यालयों की हालत तो ठीक है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक स्कूलों की हालत दयनीय है। जहां शिक्षक हैं वहां भी पठन-पाठन का माहौल ठीक नहीं है। शिक्षक आपस में गप्पे लड़ाते हुए मिल रहे हैं। तमाम निर्देशों के बावजूद कई परिषदीय विद्यालय में छात्रों की संख्या 50 से कम है। इसके अलावा भी कई अव्यवस्थाएं अमर उजाला की पड़ताल में सामने नजर आईं। 


केस-एक 

आंगनबाड़ी केंद्र मिला बंद 
शिक्षा क्षेत्र कटेहरी प्राथमिक विद्यालय मेदीपुर में 34 में से 12 नामांकित छात्र-छात्राएं हैं। इसके अतिरिक्त कक्ष में आंगनबाड़ी केंद्र संचालित है जो कि 11 बजे पड़ताल के समय बंद पाया गया। प्रधानाध्यापक शीतला प्रसाद दुबे ने बाताया कि आंगनबाड़ी सहायिका आई नहीं है। 


केस-दो 

पांच साल से एक प्रधानाध्यापक के सहारे स्कूल 
बसखारी के उच्च प्राथमिक विद्यालय टंडवा मिश्र में 31 नामांकित बच्चों में से 18 बच्चे उपस्थित मिले। इसमें तीन कक्षाएं पांच साल से एक प्रधानाध्यापक के सहारे चल रहीं है। प्रधानाध्यापक वीरेंद्र मिश्रा ने बताया कि अकेले ही इस विद्यालय को चलाया जा रहा है। कई प्रयासों के बावजूद कोई दूसरा अध्यापक नहीं मिल सका है। 

केस-तीन 

कुल 107 बच्चे पंजीकृत बच्चों में से 20 उपस्थित 

शिक्षा क्षेत्र भियांव के प्राथमिक विद्यालय में कुल 107 बच्चे पंजीकृत हैं, जिसमें से सिर्फ करीब 20 बच्चे उपस्थित थे। इनको एक ही कमरे में बैठाकर पढ़ाई कराई जा रही थी। जर्जर भवन होने की वजह से अतिरिक्त कक्ष में बच्चों को पढ़ाया जा रहा था। प्रधानाचार्य विनोद कुमार ने बताया कि गांव के किसी व्यक्ति के निधन होने के कारण विद्यार्थी कम आए हैं। 

वर्जन 

व्यवस्था में होगा सुधार 
नामांकन की प्रक्रिया चल रही है। जिन विद्यालयों में छात्र संख्या कम है, उनकी जांच कराकर व्यवस्था में सुधार कराया जाएगा। शिक्षकों की नियुक्ति के लिए पत्राचार किया गया है। 
भोलेंद्र प्रताप सिंह, बीएसए

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