क्या चली जाएगी बिहार में इन शिक्षकों की नौकरियां? अटेंडेंस में कर रहे थे खेला

 क्या चली जाएगी बिहार में इन शिक्षकों की नौकरियां? अटेंडेंस में कर रहे थे खेला



बिहार में जमुई शिक्षा विभाग के द्वारा इन दिनों शिक्षकों पर लगातार एक्शन देखने को मिल रहा है. शिक्षकों की नियमित उपस्थिति को लेकर विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है. इस कड़ी में जिले में एक दर्जन से अधिक शिक्षकों के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया गया है. इन शिक्षकों से स्पष्टीकरण की मांग की गई है. इन्हें केवल 48 घंटे का वक्त दिया गया है. अगर 48 घंटे में शिक्षकों द्वारा उचित जवाब नहीं दिया जाता है. तब शिक्षा विभाग बड़ा एक्शन लेते हुए शिक्षकों के निलंबन की कार्रवाई कर सकता है.
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दरअसल, यह पूरा मामला शिक्षकों की उपस्थिति से लेकर जुड़ा हुआ है. जिसे लेकर जमुई जिला योजना एवं लेखा कार्यक्रम पदाधिकारी ने पत्र जारी कर इन शिक्षकों से स्पष्टीकरण की मांग की है.

इन शिक्षकों से मांगा गया है स्पष्टीकरण 

जमुई शिक्षा विभाग द्वारा पत्र जारी कर जमुई जिले के सोनो प्रखंड के इन सभी शिक्षकों से स्पष्टीकरण की मांग की गई है. जिसमें सोनो प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय मनधाता के शिक्षक पंकज कुमार, उत्क्रमित मध्य विद्यालय सबैजोर के शिक्षक कांतलाल सिंह, इसी विद्यालय के शिक्षक रवि कुमार, सोनो प्रखंड क्षेत्र के ही उत्क्रमित मध्य विद्यालय टहकार के शिक्षक सुनील कुमार शामिल है.

इसके अलावा उत्क्रमित मध्य विद्यालय बरियारपुर के शिक्षक मो. अब्दुल्लाह अंसारी, इसी विद्यालय की शिक्षिका सुमैला परवीन, उत्क्रमित मध्य विद्यालय कोटवा के शिक्षक श्यामलाल यादव, शिक्षिका कंचन प्रभाकर, चांदनी कुमारी, उत्क्रमित मध्य विद्यालय पनारी के शिक्षक प्रदीप कुमार, उत्क्रमित मध्य विद्यालय भेलवा के शिक्षक मो. फैसल कामरान तथा उत्क्रमित उच्च विद्यालय रक्तरोहनिया की शिक्षिका आफरीन निगार से स्पष्टीकरण की मांग की गई है.

इस कारण लिया गया ये निर्णयदरअसल, शिक्षा विभाग  द्वारा लगातार ई-शिक्षकोष पोर्टल पर शिक्षकों की उपस्थिति की रेंडम जांच करवाई जा रही है. ऐसे में शिक्षा विभाग के द्वारा सोनो प्रखंड के इन सभी विद्यालयों के शिक्षकों की उपस्थिति की जब जांच की गई. तब उसमें कई प्रकार की गड़बड़ी पाई गई. इन सभी शिक्षकों के द्वारा नियमों की अनदेखी करते हुए अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई जा रही थी. कई शिक्षकों ने सेल्फी की जगह कमरे या विद्यालय की फोटो अपलोड कर दी थी तो कुछ ने समय दर्ज नहीं किया था. कई शिक्षकों की उपस्थिति विलंब से दर्ज हुई थी. कुछ ने छुट्टी ले रखी थी

ऐसे में इन शिक्षकों का रिकॉर्ड पोर्टल पर नहीं दिख रहा था. जिसके बाद विभाग ने यह एक्शन लिया है. गौरतलब है कि इससे पहले भी शिक्षा विभाग ने जिले के कई विद्यालय के शिक्षकों की उपस्थिति की जांच करवाई थी और इसी हफ्ते उनके खिलाफ भी एक्शन लिया था. जिसके बाद शिक्षा विभाग की एक और बड़ी कार्रवाई सामने आई है. विभाग के एक्शन के बाद शिक्षकों में हड़कंप देखने को मिल रहा है.
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