66 नये प्राथमिक विद्यालयों के पास अपनी जमीन नहीं, दूसरे स्कूलों में हो रहा संचालन

66 नये प्राथमिक विद्यालयों के पास अपनी जमीन नहीं, दूसरे स्कूलों में हो रहा संचालन

 जिले में संचालित 66 नया प्राथमिक विद्यालयों के पास अपनी जमीन नहीं है. इनको पास के विद्यालयों में संचालित किया जा रहा है. पूर्व में ऐसे 81 विद्यालयों को चिन्हित किया गया था, जिसमें 15 विद्यालय को जमीन मिल गया. शेष 66 विद्यालयों के जमीन की व्यवस्था में शिक्षा विभाग सहित जिला प्रशासन लगा हुआ है.


इ शिक्षा कोष पोर्टल पर विद्यालयों के आधारभूत ढांचा से संबंधित डाटा को अपलोड करने का विभागीय निदेश प्राप्त है. परंतु जिन विद्यालयों के पास अपनी जमीन नहीं है, वह डेटा अपलोड नहीं कर पा रहे हैं, ऐसे में भविष्य में इन विद्यालयों का समग्र रूप से विकास नहीं हो पायेगा, जिससे छात्रों का चहुमुखी विकास भी नहीं हो पायेगा. पिछले सप्ताह शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान जिला पदाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता ने ऐसे विद्यालयों की सूची तलब किया था, जिसके पास अपनी जमीन नहीं है. साथ ही जमीन हेतु संबंधित अंचल के अंचलाधिकारी सहित प्रखंड विकास पदाधिकारी व प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के संयुक्त हस्ताक्षर से रिपोर्ट देने का निर्देश देते हुए जमीन भी चिह्नित करने की बात कही थी. इएफइ प्रभारी सुरेश कुमार राम ने बताया कि जिला पदाधिकारी के निर्देश के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी राघवेंद्र प्रताप सिंह ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के साथ समीक्षा किया तो पाया गया कि पूर्व में चिन्हित 81 भूमिहीन नया प्राथमिक विद्यालयों में से 66 के पास अभी

भी जमीन की व्यवस्था नहीं पायी है, और उनका संचालन पास के विद्यालय में हो रहा है. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि जिला स्तर पर भवनहीन विद्यालयों की गहन समीक्षा की जा रही है.



अपग्रेडेड हाइस्कूलों के पास भी जमीन की कमी इएफइ प्रभारी सुरेश कुमार राम की बातों पर गौर करें तो मध्य से माध्यमिक में अपग्रेड हुए उच्च माध्यमिक विद्यालयों के पास जमीन की कमी है. डीइओ के हवाले से बताया कि ऐसे विद्यालयों की जानकारी भी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से तलब किया गया है. ऐसे विद्यालय मिडिल स्कूल के परिसर में संचालित हो रहे हैं. इनको भी अपना डेटा इ शिक्षाकोष पोर्टल पर अपलोड करना है.


इन विद्यालयों के पास नहीं है अपनी


भूमि आंदर प्रखंड के नया प्राथमिक विद्यालय घटैला, बड़हिरया प्रखंड एनपीएस सदरपुर पूरब टोला, बालापुर, रंगवा टोला, कुरैश मोहल्ला, धानुक टोला, शिवराजपुर सदरपुर पश्चिम टोला व एनपीएस कुतुब छपरा शामिल है. बसंतपुर प्रखंड के एनपीएस श्यामपुर धुनिया टोला, सेरिया पश्चिम टोला व एनपीएस सुर्यपुरा टकहट शामिल है. भगवानपुर प्रखंड के एनपीएस सलेमपुर, दरौंदा प्रखंड के


एनपीएस मिल्की, दवन छपरा, भर के मठियां, सिरसांव नया टोला व भिखारीपुर तथा एनपीएस मराचक शामिल है. गोरेयाकोठी प्रखंड के एनपीएस सरारी पुरब टोला, मनफोरा आज्ञा व एनपीएस गया राय के टोला भिट्ठी शामिल है. गुठनी प्रखंड के एनपीएस खड़ौली व एनपीएस तीर बलुआ है. हसनुपरा प्रखंड के एनपीएस अकटाहा लहेजी, तिलौता रसुलपुर व एनपीएस बस्ती महुअल महाल शामिल है. जबकि लकड़ी नबीगंज प्रखंड के एनपीएस ख्वासपुर धानुक टोला शामिल है.


इसी तरह महाराजगंज के एनपीएस डीके सारंगपुर, सुरवीर दक्षिण टोला, पी. बालिका सिंहौता बंगरा, पी. मकतब, पचरुखी प्रखंड के एनपीएस जसौली, मुर्गिया टोला, मखनूपुर पूर्वी टोला, बुद्ध छपरा, नथनपुरा एससी टोला, बभनौली, बैशाखी हट्टा शामिल है. रघुनाथपुर प्रखंड के एनपीएस कौसर बगीचा, संठी मजहरिया, सिसवन प्रखंड के एनपीएस विशुनपुरा, सरहरा, नोनिया पट्टी दक्खिन टोला, सीवान सदर के बीएमसीजी मकतब मखदुम सराय, श्यामपुर अनुसूचित जाति टोला, उर्दू मध्य विद्यालय मखदुम सराय, एनपीएस खालीसपुर पश्चिम टोला लक्ष्मीपुर, पचौरा, अनुसूचित जाति टोला सरावें, खालीसपुर मियां टोला, ओरमा उत्तर टोला, महम्मदपुर, भरौली, प्राथमिक विद्यालय रामनगर, एनपीएस रामनगर व मध्य विद्यालय न्यू सुगर मिल शामिल हैं. इसके अलावा जीरादेई के एनपीएस शर्मा टोला, एनपीएस हनुमानगंज, एनपीएस बसंतपुर, एनपीएस हसुआ गोंड टोली, एनपीएस छोटका माझा दक्खिन टोला, एनपीएस कारखाना टोला, एनपीएस ककरघट्टी तथा एनपीएस चौधरी टोला बलईपुर शामिल हैं.

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