टीआरई- 3 के 959 शिक्षकों ने ऑनलाइन शुरू किया योगदान
बीपीएससी के तीसरे चरण में 959 शिक्षकों का चयन किया गया है। शिक्षकों का योगदान प्रक्रिया सोमवार से शुरू हुई। चयनित शिक्षक पहले अपने विद्यालय में योगदान देंगे, फिर शिक्षा विभाग के कार्यालय में दस्तावेज
बीपीएससी के तीसरे चरण के शिक्षकों की विद्यालय व शिक्षा विभाग कार्यालय में चल रही योगदान कराने की प्रक्रिया शिक्षा विभाग के पोर्टल पर शिक्षकों के योगदान की अपलोड कर रहे जानकारी कार्यालय में शिक्षकों को बुलाकर उनके कागजात किए जा रहे हैं ऑनलाइन (युवा पेज की लीड खबर) भभुआ, एक प्रतिनिधि। बीपीएससी के तृतीय चरण में सफल शिक्षकों की योगदान प्रक्रिया सोमवार से शुरू की गई। जिले में प्राथमिक, मध्य, उच्च एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में कुल 959 शिक्षकों का चयन हुआ है, जिनका ऑनलाइन योगदान कराया जा रहा है। इसके पहले विद्यालयों में इन शिक्षकों ने योगदान किया था।
शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, प्राथमिक विद्यालयों के लिए 354, मध्य विद्यालयों के लिए 260, उच्च विद्यालयों के लिए 203 और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के लिए 151 शिक्षक चयनित हुए हैं। इन्हीं शिक्षकों का योगदान कराया जा रहा है। चयनित शिक्षक सबसे पहले अपने विद्यालय में योगदान कर रहे हैं। इसके बाद उन्हें शिक्षा विभाग के जिला कार्यालय में बुलाया जा रहा है, जहां उनके योगदान से जुड़े सभी दस्तावेजों को शिक्षा विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन किया जा रहा है। विभागीय पदाधिकारी का कहना था कि विभाग के पोर्टल पर दस्तावेज ऑनलाइन करने के लिए शिक्षकों को बुलाकर उनके समक्ष शैक्षणिक प्रमाण पत्रों के साथ-साथ योगदान से जुड़े कागजातों को विभागीय पोर्टल पर ऑनलाइन किया जा रहा है, ताकि किसी तरह की कोई भी त्रुटि होने पर उनसे संवाद कर उसे त्रुटि को दूर किया जा सके। उन्होंने यह भी बताया कि विभाग के निर्देश पर शिक्षकों के तत्काल विभागीय पोर्टल पर ऑनलाइन होने से उनकी नौकरी से जुड़ी सभी जानकारी विभाग को सीधे मिल जा रही है। इससे भविष्य में उन्हें किसी तरह की दिक्कत होने की संभावना नहीं रहेगी। अधिकारियों ने बताया कि विभागीय पोर्टल पर दस्तावेजों को ऑनलाइन करने के लिए प्रखंडवार शिक्षकों को बुलाने की तिथि व समय निर्धारित किया गया है, ताकि शिक्षकों की ऑनलाइन प्रक्रिया सुविधा पूर्वक की जा सके। विद्यालयों में शिक्षकों की दूर होगी कमी योगदान करने वाले शिक्षक अपने विद्यालयों में शैक्षणिक कार्य कर रहे हैं और जिन शिक्षकों को विभाग में आने की सूचना प्राप्त हो रही है, सिर्फ उन्हें ही बुलाया जा रहा है, ताकि शैक्षणिक कार्य प्रभावित ना हो। गौरतलब है कि विद्यालयों में शिक्षक की कमी को देखते हुए शिक्षा विभाग की ओर से नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कराई गई है। बीपीएससी द्वारा चयनित प्रथम एवं द्वितीय चरण के शिक्षकों के योगदान के बाद विभाग के निर्देश पर तृतीय चरण का योगदान शुरू हो गया है। शैक्षणिक स्तर में सुधार होगा विद्यालयों में शिक्षकों के योगदान के साथ उन्हें नियमित पढ़ाई करने का निर्देश दिया गया है, ताकि शैक्षणिक कार्य में किसी तरह के व्यावधान उत्पन्न ना हो और शिक्षकों की कमी की वजह से विद्यालय में शैक्षणिक कार्य प्रभावित न हो। बच्चों की नियमित वर्ग कक्ष संचालित व कोर्स पूरा करने के लिए विद्यालयों में शिक्षकों की कमी दूर की जा रही है। विषयवार शिक्षकों के योगदान करने से शैक्षणिक स्तर में सुधार होगा। कोट बीपीएससी के तीसरे चरण के चयनित शिक्षकों की योगदान प्रक्रिया सोमवार से शुरू की दी गई है। विद्यालय में शिक्षकों के योगदान के बाद शिक्षा विभाग कार्यालय में बुलाकर उनके शैक्षणिक प्रमाण पत्र के साथ-साथ योगदान से जुड़े कागजात को ऑनलाइन किया जा रहा है, ताकि उन्हें भविष्य में किसी तरह की दिक्कत ना हो। कृष्ण मुरारी गुप्ता, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, स्थापना फोटो 19 मई भभुआ- 7 कैप्शन- समाहरणालय पथ स्थित जिला शिक्षा कार्यालय के सभागार में सोमवार को योगदान करते शिक्षक।
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