मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। शिक्षक गंजी में स्कूल चले आए तो
कोई लगातार दस दिन एक ही कपड़े में उपस्थित होता रहा। ई शिक्षा कोष एप से उपस्थिति बनाने में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। इस तरह की अजीबोगरीब उपस्थिति ने ही शिक्षकों के फर्जीवाड़े की पोल खोली है। स्कूल में नहीं रहने वाले शिक्षक घर या कहीं अन्य जगहों पर रहकर भी ई शिक्षा एप से उपस्थिति बनाने में किस-किस तरह का फर्जीवाड़ा कर रहे हैं, जांच में यह सामने आया है।
नवंबर 2024 से अप्रैल 2025 तक की ई शिक्षा कोष से उपस्थिति की रैंडम जांच में यह पोल खुली है। शिक्षकों का कारनामा यह है कि वे स्कूल में मौजूद भी नहीं हैं, फिर भी उनकी फोटो के साथ उपस्थिति बन गई। दूसरे के मोबाइल पर खींची गई फोटो, वीडियो से शिक्षकों ने ई शिक्षा कोष पर उपस्थिति बनाई है।
जिले के विभिन्न प्रखंडों के स्कूलों में बड़ी संख्या में ऐसे शिक्षक इस फर्जीवाड़े में पकड़े गए हैं। बड़ी संख्या में ऐसे शिक्षक भी मिले हैं, जिनका न लोकेशन और न ही फोटो मिला है। सैकड़ों शिक्षकों पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। अलग-अलग प्रखंड के इन शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
दूसरे शिक्षक वीडियो से बना रहे कई शिक्षकों की उपस्थिति : गायघाट के उ.म.वि. गोढ़ियारी के साथ ही अलग अलग स्कूलों में दूसरे शिक्षक कई शिक्षकों की वीडियो के माध्यम से उपस्थिति बना रहे हैं। इन शिक्षकों का वीडियो बनाकर रख लिया गया है और स्कूल में इन-आउट के समय संबंधित वीडियो जिसमें स्कूल भी दिख रहा होता है, उसे डाल दिया जाता है। यही नहीं, कई शिक्षक शिक्षिकाओं की लगातार 10-20 दिनों तक एक ही कपड़े में एक ही पोज में उपस्थिति बनी हुई है।
डीईओ अजय कुमार सिंह ने कहा कि गायघाट, सरैया, औराई समेत अन्य प्रखंड में इस तरह का मामला आया है। किसी का जनवरी से मार्च तो किसी का नवम्बर से मार्च तक में इस तरह का फर्जीवाड़ा सामने आया है। इन शिक्षकों ने ई शिक्षा कोष एप में छेड़छाड़ की है। तीन दिनों के भीतर इनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है। इन सबके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।