6ठी से 8वीं के बच्चों के लिए विज्ञान और गणित की हस्तपुस्तिका बनेगी

6ठी से 8वीं के बच्चों के लिए विज्ञान और गणित की हस्तपुस्तिका बनेगी

 पटना। राज्य के 6ठी से 8वीं कक्षा के बच्चों के लिए विज्ञान और गणित की प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग हस्तपुस्तिका बनेगी। प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग हस्तपुस्तिका राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान परिषद (एनसीईआरटी) द्वारा प्रकाशित विज्ञान और गणित पुस्तिका पर आधारित होगी।


राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के नेतृत्व में और मंत्राफोरचेंज के सहयोग से राज्य के सभी मध्य विद्यालयों के 6ठी से 8वीं कक्षा के लिए राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान परिषद (एनसीईआरटी) द्वारा प्रकाशित विज्ञान और गणित


पुस्तिका पर आधारित प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग हस्तपुस्तिका के विकास हेतु चार दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गयी।



इस संरचना में लर्निंग आउटकम, करिकुलर गोल एंड कम्पीटेंसी, गोल्ड स्टैंडर्ड फ्रेमवर्क दक्षता आधारित शिक्षण, सैद्धान्तिक ज्ञान के साथ-साथ सहज रूप से 'क्यों और कैसे' की समझ विकसित हो सके का ध्यान रखा गया। मूलतः यह बालमन के उस पीढ़ी को एक अवसर प्रदान करता है जिसमें अभी-अभी सोचना, तर्क करना, अपनी बात मनवाना और सीखना शुरू कर दिया है। छात्रों की जिज्ञासा उनकी रुचियाँ


और विवेचनात्मक चिंतन के कौशल- इन बातों को ध्यान में रखते हुए पाठों की संरचना की जा रही है।


दरअसल, प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग (पीबीएल) पद्धति के अंतर्गत गणित और विज्ञान की विभिन्न अवधारणाओं के व्यावहारिक पक्ष को दैनिक जीवन में लागू करके बेहतर परिणाम प्राप्त करने और सीखने की प्रक्रिया को बच्चों को समझाया जा सकता है। इससे अपने आस-पास की वस्तुओं और घटनाओं को देखने, समझने और करने का तरीका बदल जा सकता है। साथ ही एक नये दृष्टिकोण का विकास हो सकता है।

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