बिहारशरीफ, कार्यालय संवाददाता। वैशाली को छोड़ सूबे के शेष सभी 37 जिलों के डीईओ व डीपीओ को चेतावनी मिली है। इनपर आरोप है कि इन अधिकारियों ने अपने जिले के पोएमश्री के लिए नामित स्कूलों द्वारा ऑनलाइन आवेदन ही नहीं करा सके। नालंदा के 45.01, तो सूबे के महज 52 फीसदी स्कूलों ने ही तय समय तक ऑनलाइन आवेदन करने में सफल हुए हैं। इस कारण केन्द्र ने राज्य शिक्षा विभाग को लताड़ा है।
मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी (एसपीडी) रंजन सिंह ने 37 जिलों के डीईओ व डीपीओ को पत्र भेजते हुए फटकार लगायी है। सिर्फ वैशाली जिला 100 फीसदी उपलब्धि के साथ सूबे में अव्वल, तो महज 27 प्रतिशत के साथ सीतामढ़ी फिसड्डी है। जबकि, पांचवें चरण में नालंदा के 384 समेत सूबे के 16 हजार 773 स्कूलों को पीएमश्री योजना के लिए 20 नवंबर को नामित किया गया है।
हर हाल में 17 दिसंबर तक आवेदन के निर्देशः राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी ने हर हाल में 17 दिसंबर तक शेष स्कूलों के एचएम की मदद से ऑनलाइन आवेदन कराना सुनिश्चित करने कहा
पड़ोस के स्कूलों को भी मिलेगा लाभः उल्लेखनीय है कि पीएम श्री (पीएम स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया) पड़ोस के अन्य स्कूलों को नेतृत्व भी प्रदान करेंगे। पीएम श्री स्कूल अपने- अपने क्षेत्रों में स्कूल में न्यायसंगत, समावेशी और आनंदमय वातावरण में उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करने के लिए जाने जाएंगे।
नालंदा के 167 स्कूलों ने किया आवेदनः नालंदा जिले के 371 स्कूलों को पीएमश्री योजना के लिए नामित किया गया है। इनमें से महज 167 स्कूलों ने आवेदन किया है। जबकि, महज 58 स्कूलों की जांच जिलास्तरीय अधिकारियों द्वारा की गयी है। इसी तरह, शेखपुरा जिले के नामित 128 में से 123 स्कूलों ने आवेदन कर दिया है। लेकिन, अधिकारियों ने महज 42 को ही जांच कर पास किया है। अन्य जिलों में सुस्ती देखी गयी है।